नई दिल्ली। ट्विटर पर सबसे पहला ट्वीट इसके को-फाउंडर जैक डॉर्सी ने 21 मार्च 2006 को पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने लिखा था, ‘just setting up my twttr’। ये ट्वीट 2021 में एक डिजिटल संपत्ति के तौर पर नीलाम हुआ था। मलेशियाई बिजनेसमैन सीना एस्तावी ने इसे 24 करोड़ रुपये में खरीदा था। उन्होंने इसकी तुलना मशहूर मोनालिसा पेंटिंग से की थी। नीलामी से मिली पूरी रकम को जैक डॉर्सी ने बिटकॉइन में कन्वर्ट करके अफ्रीका में जरूरतमंदों की सहायता के लिए दान कर दिया था। 2022 में एलन मस्क ने ट्विटर को 3.82 लाख करोड़ रुपये में खरीद लिया था।
ट्विटर की शुरुआत कैसे हुई?
जैक डॉर्सी ने 2006 में बिज स्टोन और इवान विलियम्स के साथ मिलकर ट्विटर की नींव रखी। ट्विटर का कॉन्सेप्ट उन्हें पॉडकास्टिंग कंपनी ओडियो में एक ब्रेनस्टॉर्मिंग सेशन के दौरान आया था। शुरू में ट्विटर एक SMS-बेस्ड माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म था, जिसमें यूजर्स 140 शब्दों में अपने विचार व्यक्त कर सकते थे।
उस समय यह आइडिया बेहद अनोखा था, क्योंकि लोग अपने छोटे-छोटे अपडेट्स को तुरंत दुनिया के साथ साझा कर सकते थे। ट्विटर का नाम ‘Twitter’ पक्षियों के चहचहाने से प्रेरित था, जो छोटे और तेज संदेशों का प्रतीक था।
शुरुआती दिनों में ट्विटर को ज्यादा लोकप्रियता नहीं मिली, लेकिन 2007 में साउथ बाय साउथवेस्ट (SXSW) कॉन्फ्रेंस के दौरान इसने लोगों का ध्यान खींचा। वहां इसकी लाइव स्क्रीन डिस्प्ले ने यूजर्स को आकर्षित किया और इसके यूजर बेस में तेजी से इजाफा हुआ। 2010 तक ट्विटर एक ग्लोबल प्लेटफॉर्म बन चुका था, जहां लोग न्यूज, व्यूज और ट्रेंड्स शेयर करने लगे थे।
ट्विटर का विकास इसके फीचर्स के साथ भी जुड़ा है। 140 कैरेक्टर की सीमा को 2017 में बढ़ाकर 280 कर दिया गया, ताकि यूजर्स ज्यादा विस्तार से लिख सकें। इसके अलावा, हैशटैग, रीट्वीट और मेंशन जैसे फीचर्स ने इसे और इंटरैक्टिव बनाया। मस्क के अधिग्रहण के बाद ट्विटर को X में बदलने और इसके ब्लू बर्ड लोगो को हटाने का फैसला विवादास्पद रहा।
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मस्क इसे ‘एवरीथिंग ऐप’ बनाना चाहते थे, लेकिन कई विज्ञापनदाताओं ने प्लेटफॉर्म छोड़ दिया। फिर भी, ट्रंप से उनकी नजदीकी और कुछ विज्ञापनदाताओं की वापसी ने इसके भविष्य को लेकर उम्मीद जगाई है। ट्विटर का सफर एक साधारण आइडिया से लेकर वैश्विक मंच तक का रहा है, जो डिजिटल युग की ताकत को दर्शाता है।