Delhi Chunav में हार के बाद अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों के साथ दिल्ली में बैठक की। बैठक से केजरीवाल ने कई संदेश दिए। उन्होंने पंजाब सरकार की अस्थिरता को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश की। साथ ही यह भी दिखाने की कोशिश की कि हार के बावजूद पार्टी में वही सुप्रीमो हैं। बैठक में केजरीवाल ने विधायकों को गुड गवर्नेंस का निर्देश दिया।
HighLights
- दर्शाने की कोशिश की गई कि हार के बावजूद पार्टी के सुप्रीमो अभी भी अरविंद केजरीवाल हैं
- पंजाब इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इकलौता पूर्ण राज्य है, जहां आप की सरकार है
अगर पंजाब से सरकार गई तो क्या होगा?
कहा जा रहा है कि केजरीवाल की पकड़ ढीली हो जाने से पंजाब सरकार भी गिर सकती है। यह भी कहा जा रहा है कि पंजाब में सरकार गिरने के बाद पार्टी का वजूद भी खत्म हो सकता है, इसीलिए मंगलवार को दिल्ली में पंजाब के आप विधायकों और सांसदों की बैठक रखी गई।
नई दिल्ली के मानसिंह रोड स्थित कपूरथला हाउस में बैठक के बाद बाहर आते पंजाब सीएम भगवंत मान। हरीश कुमार
पंजाब के नेताओं को क्या संदेश देने चाहते हैं केजरीवाल?
आप हाईकमान पंजाब के नेताओं यह संदेश नहीं देना चाहते हैं कि वे कमजोर स्थिति में हैं और फैसला नहीं कर पाएंगे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार की एक बड़ी वजह विधायक और नेताओं के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का होना रह।
पंजाब निकाय चुनाव में किसे मिली थी कितनी सीटें?
दिसंबर 2024 में पंजाब में निकाय के चुनाव हुए, जहां पर पांच में से सिर्फ तीन निगम चुनाव में आप ने जीत हासिल की। दो पर कांग्रेस को जीत मिली थी।
पंजाब में कब होने हैं विधानसभा चुनाव?
मालूम हो कि पंजाब में कांग्रेस आप के साथ सीधे मुकाबले में है। पंजाब आप के लिए इसलिए भी बहुत अहम है क्योंकि यह पहला पूर्ण राज्य है, जहां आप की सत्ता है। दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा हासिल नहीं है।