ग्रामीणों को मिला स्वास्थ्य सुविधाओं की लाभ
बिलाईगढ़ : माननीय जिलाधीश महोदय धर्मेंद्र साहू जी एवं मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एफ आर निराला की दिशा निर्देश पर दिनांक 20 /01/2025 को विकासखंड बिलाईगढ सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले की ग्राम सालिहा, दयालपुर, भोगड़ीह, पिरदा ,खुरदुरा ,चारपाली बोरडिह,तेंदुदरहा एवं बगमल्ला में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया था ये क्षेत्र वन्य और दूरस्थ आदिवासी क्षेत्र है एवमं वर्षों से उपेक्षित है । स्वास्थ्य समस्याओं को हल करने के उद्देश्य से शासन द्वारा एक वृहद स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर इन समस्त गांवो में आयोजित हुआ, जहां आसपास के हजारों लोगों ने भाग लिया। शिविर का उद्देश्य ग्रामीणों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना और उनकी समस्याओं का समाधान करना था।
स्वास्थ्य सेवाओं की व्यापकता:-
इस शिविर में विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम तैनात थी। स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल थे:
-समस्त ग्राम वासियों का आयुष्मान कार्ड का निर्माण करना विशेष रूप से 70 वर्ष पूर्ण कर चुके गांव की बुजुर्ग नागरिकों की आयुष्मान कार्ड का निर्माण करना
-सामान्य स्वास्थ्य जांच
-मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल
-टीकाकरण अभियान
-नेत्र परीक्षण
-हृदय, मधुमेह, और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की जांच एवं स्क्रीनिंग करना
-मानसिक स्वास्थ्य परामर्श
-पोषण और स्वच्छता संबंधी जागरूकता
इसके अतिरिक्त, मरीजों को मुफ्त दवाइयां और आवश्यक चिकित्सा उपकरण जैसे चश्मे और कृत्रिम अंग भी वितरित किए गए।
जनभागीदारी का उत्साह:-
दूरस्थ और दुर्गम स्थानों से बड़ी संख्या में आदिवासी लोग शिविर में पहुंचे। प्रशासन ने ग्रामवासियों के लिए मुफ्त परिवहन की व्यवस्था की, जिससे उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके। शिविर में महिलाओं और बच्चों की विशेष उपस्थिति देखने को मिली। गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान दिया गया।
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ पुष्पेंद्र कुमार वैष्णव का बयान:-
शिविर के उद्घाटन के अवसर पर खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पुष्पेंद्र कुमार वैष्णव ने कहा, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर व्यक्ति, चाहे वह कितना भी दूरस्थ क्षेत्र में रहता हो, स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सके। यह शिविर शासन की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उनकी टीम ने भी ग्रामीणों के बीच स्वास्थ्य संबंधी फैलाई और इसकी कमीयो को दूर करने के लिए नियमित प्रयास करने हेतु कटिबद्ध होने कि शपथ ली ।
ग्रामीणों की खुशी और अनुभव,:-
ग्रामीणों ने इस शिविर को अपने लिए एक वरदान बताया। उन्होने ने कहा, कि “हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे जैसे दूरस्थ क्षेत्र में डॉक्टर और दवाइयां आसानी से उपलब्ध होंगी। यह शिविर हमारे जीवन के लिए बहुत लाभकारी है।”
आगे की योजना:-
शासन ने घोषणा की कि इस प्रकार के शिविरों को नियमित रूप से आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही मोबाइल स्वास्थ्य वैन और हेल्थ एंबुलेंस जैसी सेवाएं शुरू करने की योजना भी बनाई जा रही है।
निष्कर्ष:-
यह वृहद स्वास्थ्य शिविर वन्य और आदिवासी ग्राम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इस पहल ने न केवल स्थानीय समुदायों को राहत दी, बल्कि यह साबित किया कि शासन जनसामान्य की भलाई के लिए कितनी प्रतिबद्ध है।