TCPSL: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने टाटा कम्युनिकेशंस को अपनी 100% हिस्सेदारी टाटा कम्युनिकेशंस पेमेंट सॉल्यूशंस (TCPSL) को बेचने की मंजूरी दे दी है. यह डील ऑस्ट्रेलियाई फिनटेक कंपनी Findi की भारतीय सब्सिडियरी, ट्रांजेक्शन सॉल्यूशंस इंटरनेशनल (TSI) के साथ हुआ है. इस करार की घोषणा नवंबर 2024 में हुई थी. इसकी कुल कीमत 330 करोड़ रुपये तय की गई है. इसके अलावा 75 करोड़ रुपये अतिरिक्त भुगतान किया जाएगा, जो इंटरचेंज रेट एडजस्टमेंट पर डिपेंड करेगा.
फाइनेंशियल सर्विस के एक्सटेंशन का प्लान
यह डील Findi की देश में फाइनेंशियल सर्विस के एक्सटेंशन के प्लान का हिस्सा है. कंपनी ‘अंडरबैंक्ड’ यानी जिनके पास बैंकिंग सुविधाएं कम हैं, उन तक पहुंच बढ़ाना चाहती है. Findi की योजना एटीएम सर्विस (ATM Service) और डिजिटल पेमेंट विशेषज्ञता का उपयोग करके फुल-फ्लेज्ड पेमेंट बैंक बनने की है. ट्रांजेक्शन सॉल्यूशंस इंटरनेशनल (TSI) मौजूदा समय में देश में 7,500 से ज्यादा ‘ब्राउन लेबल’ ATM का संचालन करता है. इसमें SBI, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, PNB और HDFC सहित 12 प्रमुख बैंक शामिल हैं.
12000 से ज्यादा हो जाएगा एटीएम नेटवर्क
इसके अलावा कंपनी 10,000 से ज्यादा ‘व्हाइट लेबल’ ATM का बैंक-एंड संचालन करती है और FindiPay ब्रांड के तहत 50,000 से ज्यादा व्यापारियों के जरिये डिजिटल पेमेंट की सुविधा देती है. इस अधिग्रहण के बाद Findi को 4,600 से ज्यादा चालू Indicash ATM मिलेंगे और 3,000 ज्यादा ATM तक पहुंच मिलेगी. इससे कंपनी का कुल ATM नेटवर्क 12,000 से ज्यादा हो जाएगा.
इसके बाद Findi एशिया की सबसे बड़ी ATM ऑपरेटिंग कंपनियों में से एक बन जाएगी. साल 2025 में यह Findi का दूसरा बड़ा अधिग्रहण है.
इससे पहले, जनवरी 2025 में ट्रांजेक्शन सॉल्यूशंस इंटरनेशनल (TSI) ने BankIT नामक डिजिटल पेमेंट्स प्रोवाइडर को खरीदा था, जिससे कंपनी के मर्चेंट टचप्वाइंट 1.80 लाख से ज्यादा हो गए. TCPSL की शुरुआत 2008 में हुई थी और इसने 2013 में देश का पहला व्हाइट लेबल ATM नेटवर्क ‘Indicash’ लॉन्च किया था. देशभर में ATM की संख्या बढ़ाने के लिए यह एक अहम कदम था. TCPSL अभी भी देश के सबसे बड़े व्हाइट लेबल ATM ऑपरेटर में से एक है.