रायपुर। प्रदेश में मौसम खुलने के साथ ही सूरज की तपिश तेज हो गई है। वहीं, रात्रि में अभी भी ठंड पड़ रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि एक बार फिर से ठंड में बढ़ोतरी होगी। पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने की वजह से हवा की दिशा में भी बदलाव हो रहा है, जिसकी वजह से नमी की मात्रा में कमी आने के आसार हैं।
इसके अलावा न्यूनतम तापमान में गिरावट होने का दौर फिर से शुरू होने की संभावनाएं बन रही हैं। मंगलवार को मौसम शुष्क रहने के आसार हैं और दो जनवरी तक न्यूनतम तापमान में पांच से छह डिग्री सेल्सियस तक गिरावट होने की संभावना है।
सर्दी की वजह बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। ठंड से बचाव के लिए जगह-जगह पर अलाव जलाए जा रहे हैं। लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जा रही है। हालांकि, नए साल के जश्न को देखते हुए युवाओं में जोश है और वे पार्टी की तैयारियों में भी जुटे हुए हैं।
एक जनवरी से शीतलहर चलने की आशंका
वहीं, एक जनवरी से उत्तरी छत्तीसगढ़ के कुछ पैकेट में शीतलहर चलने के आसार बन रहे हैं। इसी बीच सोमवार को प्रदेश में मौसम शुष्क रहा और न्यूनतम तापमान में गिरावट महसूस की गई। प्रदेश में अधिकतम तापमान 31.9 डिग्री सेल्सियस बीजापुर में, जबकि न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस कोरिया में दर्ज किया गया।
अधिकतम तापमान पेंड्रा में औसत से कम
मौसम विभाग के पिछले 30 वर्षों के आंकड़ों के अनुसार, अधिकतम तापमान पेंड्रा में ही सामान्य औसत से 0.2 डिग्री कम है। इसके अलावा दुर्ग में यह 4.8 डिग्री, अंबिकापुर और रायपुर में 2.6 डिग्री, जगदलपुर में 1.9 डिग्री और बिलासपुर में सामान्य औसत से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
यह बन रहा सिस्टम
एक पश्चिमी विक्षोभ 60 डिग्री पूर्व और 34 डिग्री उत्तर में स्थित है। इसका असर कम होने से हवा में नमी कम होने के आसार हैं। इसकी वजह से मौसम शुष्क रहने की संभावना है। एक जनवरी से सरगुजा संभाग और उससे लगे जिलों में प्रातः काल हल्के से मध्यम कुहासा बनने की संभावना है।
न्यूनतम तापमान छह डिग्री तक ज्यादा
इसके अलावा न्यूनतम तापमान भी प्रदेश के सभी हिस्सों में औसत से अधिक है। आंकड़ों के अनुसार, यह जगदलपुर में 6.3 डिग्री, रायपुर 5.9 डिग्री, बिलासपुर में 4.8 डिग्री, अंबिकापुर और दुर्ग में 4.7 डिग्री, पेंड्रा रोड में यह सामान्य औसत से 2.6 डिग्री सेल्सियस अधिक है।